आपने कई सारी किताबें पढ़ी होगी लेकिन क्या आपको पता है समाजवादी की बाइबल किसे कहते हैं? (Samajwadi ki bible kise kehte hain)
यदि आपको समाजवादी की बाइबल के बारें में जानकारी नहीं है तो आपको इस पोस्ट में समाजवादी की बाइबल के बारें में विस्तार से जानने को मिलने वाला है |

समाजवादी की बाइबल किसे कहते हैं? (Samajwadi ki bible kise kehte hain)
कार्ल मार्क्स द्वारा लिखी गयी पुस्तक दास कैपिटल को समाजवादी की बाइबल कहा जाता है | यह किताब वर्ष 1867 में प्रकाशित हुई थी |
दास कैपिटल (समाजवादी की बाइबल) में समाज के बारें में कई सारे सिद्धान्त लिखे गए है | एक समाज के अंदर राजनीतिक सम्बन्धों, आर्थिक सम्बन्धों, तथा सामाजिक संबंधों के सिद्धान्त मुख्य है | आधुनिक साम्यवाद इस किताब में लिखे गए सिद्धांतों पर ही आधारित है | इस पुस्तक के प्रकाशन के कुछ सालों बाद ही रूस जैसे बड़े देश में साम्यवादी क्रांति हुई |
यह भी पढे- Famous Hindi Books and their writers list
दास कैपिटल किताब (समाजवादी की बाइबल)
दास कैपिटल (Das Kapital) जर्मन भाषा का शब्द है जिसका हिन्दी में अर्थ पूंजी होता है | यह किताब कार्ल मार्क्स द्वारा लिखित गयी थी |
इस पुस्तक के कुल 3 खंड लिखे गए जिसमे से प्रथम खंड खुद कार्ल मार्क्स द्वारा 1867 में लिखा गया था | दूसरा खंड 1885 में प्रकाशित हुआ तथा तीसरा एवं अंतिम खंड 1894 में कार्ल मार्क्स के दोस्त फ़्रेडरिक एंगेल्स द्वारा लिखा गया था |
दास कैपिटल को Capital के नाम से भी जाना जाता है | इस किताब को आप Amazon पर जाकर खरीद सकते है | Buy Das Kapital Book


FAQs
समाजवादी की बाइबल किस किताब को कहते हैं?
दास कैपिटल |
डाक कैपिटल के कितने भाग है?
डाक कैपिटल में कुल 3 खंड है |
दास कैपिटल नामक पुस्तक के लेखक कौन है?
कार्ल मार्क्स |
दास कैपिटल का प्रकाशन किस वर्ष हुआ था ?
दास कैपिटल किसकी लिखी किताब है?
कार्ल मार्क्स |