नार्को टेस्ट क्या है, नार्को टेस्ट किसे कहते हैं (Narco Test Kise Kahate Hain) नार्को टेस्ट में क्या होता है, नार्को टेस्ट क्यों किया जाता है?, Narco Test in Hindi
क्या आप नार्को टेस्ट के बारे में जानना चाहते है? यदि हाँ तो यह पोस्ट आपके लिए ही है क्योंकि इसमें नार्को टेस्ट के बारे में विस्तार से बताया गया है |

नार्को टेस्ट किसे कहते हैं (Narco Test Kise Kahate Hain)
किसी व्यक्ति से सच पता लगाने के लिए किया जाने वाले टेस्ट को नार्को टेस्ट कहते है |
नार्को टेस्ट सामान्यता डॉक्टर, मनोवैज्ञानिक तथा फोरेंसिक एक्सपर्ट की उपस्थिति में किया जाता है | इस टेस्ट का प्रयोग किसी व्यक्ति से सच उगलवाने के लिए जाता है |
इस टेस्ट में सबसे पहले साइकोएक्टिव नामक दवाई का इंजेक्शन लगाया जाता है | जिससे व्यक्ति कुछ समय के लिए अर्धमूर्छित अवस्था में चला जाता है |
नार्को टेस्ट में प्रयुक्त की जाने वाली दवाई को ट्रुथ सीरम कहा जाता है |
कभी-कभार साइकोएक्टिव नामक दवाई के बजाय सोडियम पेन्टोथोल के इंजेक्शन को काम में लिया जाता है |
दवाई की मात्रा व्यक्ति की उम्र, लिंग, शारीरिक परीक्षण को ध्यान में रखते हुए दी जाती है क्योंकि दवाई की अधिक मात्रा के कारण व्यक्ति कोमा में जा सकता है और व्यक्ति की मौत भी सो सकती है | इसलिए नार्को टेस्ट में दवाई की मात्रा विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है |
साइकोएक्टिव या सोडियम पेन्टोथोल दवाई के इंजेक्शन लगाने के बाद व्यक्ति कुछ ही देर में अर्ध बेहोसी की हालत में चला जाता है | ऐसी हालत में व्यक्ति की बुद्धि बहुत कम काम करती है |
उसी समय मनोवैज्ञानिक द्वारा उस व्यक्ति से प्रश्न पूछे जाते है और वह व्यक्ति उन प्रश्नों का सही एवं सत्य जवाब देता है |
नार्को टेस्ट का अधिकार प्रयोग अपराध के मामलों में किया जाता है | जब अपराधी झूठ बोलता है और उससे सच का पता लगाने के लिए नार्को टेस्ट काम में लिया जाता है |
नार्को टेस्ट के बारे में और अधिक जाने- नार्को टेस्ट
FAQs
नार्को टेस्ट में कितना पैसा खर्च होता है?
नार्को टेस्ट में लगभग 55 हजार रुपए पैसा खर्च होता है |
नार्को टेस्ट क्यों किया जाता है?
किसी व्यक्ति से सच जानने के लिए नार्को टेस्ट किया जाता है |
नार्को टेस्ट कौन करवा सकता है?
सामान्य व्यक्ति नार्को टेस्ट नहीं करवा सकता है | नार्को टेस्ट मनोवैज्ञानिक, डॉक्टर तथा अन्य एक्सपर्ट की देखरेख में किसी अपराधी का किया जाता है |